कोरोना की खतरनाक हो रही रफ्तार, टेंशन की कितनी बात है? जानें क्या कह रहे एक्सपर्ट

नई दिल्ली : देश में कोरोना ने खतरे की घंटी बजा दी है। कोरोना संक्रमण के मामले लगातार आठवें सप्ताह में भी बढ़ रहे हैं। 200 से अधिक दिनों में पहली बार डेली कोरोना केस की संख्या 6,000 को पार कर चुकी है। इस बीच, केंद्र ने शुक्रवार को राज्यों से कहा कि वे इन्फ्लूएंजा, गंभीर सांस का संक्रमण जैसी बीमारियों के टेस्ट और मॉनिटरिंग के साथ ही उभरते हुए कोविड हॉटस्पॉट की पहचान करें। देश में पिछले 24 घंटे में कोविड संक्रमण के 6,050 नए मामले दर्ज किए। यह पिछले साल 15 सितंबर के बाद से सबसे अधिक डेली केस हैं।
10 दिन में तेजी से बढ़ा संक्रमण
पॉजिटिविटी रेट दे रही टेंशन
- पिछले 24 घंटों में कोविड से 13 और लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। पिछले सात दिनों में 59 मौतें दर्ज की गई हैं, जो पिछले सात दिनों की अवधि में 38 थीं।
- एक्टिव मामलों की संख्या 30,000 को पार करने की आशंका है, जो एक सप्ताह पहले 16,300 थी।
- पिछले 24 घंटों में राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में 1.78 लाख कोविड-19 टेस्ट हुए। पॉजिटिविटी रेट 3.39% दर्ज की गई।
- 7 अप्रैल को समाप्त सप्ताह में औसत दैनिक मामले बढ़कर 4,188 हो गए, जो 17 मार्च को समाप्त सप्ताह में 571 थे।
केरल महाराष्ट्र में तेजी से बढ़ रहे मामले
कौन से वेरिएंट से बढ़ रहे केस
देशभर के अस्पतालों में होगी मॉकड्रिल
टेंशन की कितनी बात है?
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच डॉक्टरों का कहना है कि अभी कोरोना के बढ़ते मामलों से घबराने की जरूरत नहीं है। हालांकि, एक्स्पर्ट्स लोगों को बचाव के उपायों का पालन करने पर जोर दे रहे हैं। मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से जुड़ी कम्यूनिटी मेडिसिन प्रोफेसर डॉ. नंदिनी शर्मा के अनुसार इस बार अभी तक ऐसा कुछ नहीं मिला है जो चिंताजनक लगे। उन्होंने कहा कि टेस्ट में नए मरीज सामने आ रहे हैं। डॉ. शर्मा के अनुसार इस बार H3N2 की वजह से लोगों की लंबे समय तक खांसी का सामना करना पड़ रहा है। इस वजह से जब लोग टेस्ट करा रहे हैं तो कोविड के केस भी आ रहे हैं। डॉक्टर नंदिनी ने कहा कि जैसे कोविड-19 पहले आया था, अब वैसा नहीं रह गया है। कोविड-19 वायरस में भी चेंज हुए हैं। हालांकि, लोगों के शरीर में अभी भी इसके खिलाफ इम्यूनिटी
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